Saturday, April 19, 2025
कोरबा न्यूज़

जिले के उप स्वास्थ्य केंद्रों से डॉक्टर रहते हैं नदारत, नाइट ड्यूटी में डॉक्टर नहीं रहते हैं अस्पतालो में मौजूद,नर्स के भरोसे छोड़ जाते हैं गैर जिम्मेदार अधिकारी, रानी धनराज कुंवर हॉस्पिटल में देखी जा सकती है नजारा

समाचार की दुनिया 
कोरबा _कोरबा का सबसे पुराना और महिला प्रसूति के क्षेत्र में ढिंढोरा पीटने वाले रानी धनराज कुंवर अस्पताल किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। इस हॉस्पिटल की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। लेकिन इस उप स्वास्थ्य केंद्र की सबसे बड़ी लापरवाही रात को देखने को मिलती हैं, जो नाइट ड्यूटी में न डाक्टर मौजूद रहते हैं न पर्याप्त स्टॉप, मात्र नर्स के भरोसे हॉस्पिटल को छोड़ देते हैं। अगर कोई इमरजेंसी केस आ जाते हैं तो मरीजों को डांट डपटकर भगा दिया जाता है। या फिर रेफर की धमकी दी जाती है। यहां के बीएमओ भी कमाल के हैं, जो स्टॉपो पर इनका लगाम नहीं है, इन्हें अपने मीटिंगों से फुर्सत नहीं है, ऑफिस में कम ,फील्ड में ज्यादा नजर आते हैं, यहीं वज़ह है कि स्टॉपो की मनमानी चरम सीमा में है। इस हॉस्पिटल की ये भी खासियत है कि मरीजों को मिलने वाला एम्बुलेंस भी, इस हॉस्पिटल में नही है, अगर कोई खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राज साहब से, ईमरजेंसी में मदद के लिए गुहार लगाई जाती हैं तो ये बिल्कुल भी नहीं सुनते हैं, और सीधा हाथ खड़ा कर देते हैं। अगर मरीज़ सक्षम अधिकारी से गुहार नहीं लगायेंगे तो किसके पास लगायेंगे ये समझ से परे हैं। खैर ये तो अधिकारी के विवेक पर निर्भर करता है, जो उनकी कार्य क्षमता को दर्शाता है। जब से इस हॉस्पिटल को उप स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है तब से इस हॉस्पिटल की व्यवस्था चरमरा गई है। इस हॉस्पिटल में पर्याप्त सुविधा की बात की जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। एक तरफ सूबे के मुख्या विष्णु देव साय स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बखान करती हैं तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे अधिकारी पलीता लगाने में पीछे नहीं हटते हैं। कोरबा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों की  बात करें तो मुख्यालय को छोड़ किसी भी अस्पतालो में डॉक्टर मौजूद नहीं रहते हैं, डॉक्टर तो दूर स्टॉप भी मौजूद नहीं रहते हैं। अधिकांश चपरासी लोग ड्रेसर करते नज़र आते हैं तो कभी  फार्मिस्ट नजर आते हैं। कोरबा कलेक्टर साहब अगर स्वास्थ्य मुहैया पर नज़र दौड़ाएं तो काफ़ी कुछ हद तक दूध का दूध व पानी नज़र आ जाएगा। फिलहाल इस विभाग पर सख्ती से कार्यवाही की जरूरत है।