दर्री पुलिस का सामने आया मानवीय चेहरा/बाहर से आए मटका बेचने वालो के कर रही है भोजन व्यवस्था
दर्री_गर्मी के आते ही , एक चीज हमें बहुत अच्छा और बहुत ही आकर्षित लगता है , वह है मध्यप्रदेश से आया हुआ चंदैनी मटका जिसके पानी की मिठास सचमुच किसी अमृत से कम नहीं लगती।
मटके के व्यापार के लिए आए बहार शहरों से इनकी परिस्थिति जो लॉकडाउन के कारण हुई हैै, यह जानकर आपका भी दिल पसीज जाएगा।
इनसे बात करके पता चला कि लॉकडाउन में इन्हें किस तरह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना का जहां बुरी तरह संक्रमण फैला है वहीं रात को यह सड़क में यूं ही सोते हैं ,और दिन को किसी दुकान के छांव के नीचे खड़े या बैठे रहते हैं।
लॉकडाउन के कारण परिस्थिति ऐसी हो गई है की ना यह दूसरी जगह जा सकते है ना यह मटके बेच पा रहे।
ऐसे में दर्री पुलिस ने भी अपनी मानवता को दिखाई।
मटके बेचने वाले ने यह जानकारी दी कि दर्री पुलिस सुबह और शाम इनके खाने का व्यवस्था करती है।
जिससे इनकी परेशानी काफी कम हो गई है।
उन्होंने जानकारी दी कि यदि इस जगह से हम दूसरी जगह मैं मटके को स्थानांतरित करें तो समस्या थोड़ी बहुत कम हो सकती है।
लल्लन गुरु समाचार इनकी परिस्थिति को देखकर प्रशासन से गुहार लगाती है कि जब तक लॉकडाउन है इनकी व्यवस्था कहीं और की जाए।
ताकि यह भी कोरोना के संक्रमण से बच जाएं।
मटके की मांग और रोजी रोटी की तलाश में यह कोरबा को आए हैं और ऐसी अव्यवस्था से इन को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।