कोरबा सेंट्रल बैंक में अव्यवस्था का आलम। महिलाओं को, पुरुषो के लाइन में खड़ा होके करना पड़ता है लेनदेन, बैंक प्रबंधक पर उठ रहे हैं सवाल
सामाचार की दुनिया
कोरबा_अगर सेंट्रल बैंक में खाता खुलवा रहें हैं तो आप सावधान हो जाइए क्योंकि यहां महिलाओं के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। यहां महिलाओं और पुरुषों को एक साथ लाइन लगवा कर पैसा जमा करने और निकालने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अगर कोई गर्भवती महिला पैसा निकलवाने और जमा करने जाती हैं तो बराबर लाइन लगवा कर परेशान किया जाता हैं। जब हमने बैंक कर्मचारी से बात की तो उन्होंने अड़ियल जवाब देते हुए कहा कि सब बराबर है, महिला पुरुष दोनों की लाइनें एक है। आप सब जानते हैं कि बैंक एक ऐसी जगह है, जहां हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है और धक्कामुक्की आम बात है। ऐसी में महिलाएं अपने आप को कैसी सुरक्षित महसूस करेंगी ये महिलाएं ही बता सकेंगी। यहां के ब्रांच मैनेजर अशोक कुमार सिंह को खाता धारकों से कोई मतलब नहीं है, इन्हे तो सिर्फ बैंक चलाने से मतलब है, बैंको के सुख सुविधा और पार्किंग व्यवस्था से इन्हे कोई सरोकार नहीं हैं। लोगों की माने तो सेंट्रल बैंक को वैसे दूसरे जगह शिफ्ट कर देना चाहिए जो छोटी सी जगह में बैंक खोलकर खाता धारकों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ हैं। क्योंकि आए दिन यहां घटना दुर्घटना व जाम की स्थिति बनी रहती है। जो आम नागरिको और शहरवासियों के लिए आफत बना हुआ है।