Saturday, April 19, 2025
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नया जिला बनने के 6 माह के अंदर जिले में करीब 100 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की मिली स्वीकृति नए जिले में पर्यटन विकास की संभावनाओं को किया जाएगा साकार-मुख्यमंत्री

संवाददाता:प्रयास कैवर्त

ग्रामीण विकास के रोल मॉडल के रूप में किया जाएगा विकसित

राजमेरगढ़ और कबीर चबूतरा में ईको रिजॉर्ट, कैफेटेरिया तथा पर्यटन अधोसंरचनाओं के विकास की घोषणा

7 करोड़ रूपये की लागत से विकास कार्य शीघ्र होंगे प्रारम्भ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की रेडियोवार्ता लोकवाणी की दसवीं कड़ी का प्रसारण

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी में ‘समावेशी विकास, आपकी आस’ विषय पर चर्चा करते हुए प्रदेश के नवगठित जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पर्यटन अधोसंरचनाओं के विकास हेतु 7 करोड रुपए के विकास कार्यों की घोषणा की।

मुख्यमन्त्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी मे आज गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से श्री अखिलेश नामदेव ने मुख्यमंत्री को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नवगठित आदिवासी बहुल जिले में हम सबकी आस है कि शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में समग्र तथा समावेशी विकास हो सके। छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाने जा रही है, इस संबंध में हम सब जानने के इच्छुक हैं। यह क्षेत्र पर्यटन से समृद्ध है। पर्यटन के संदर्भ में यहां कार्य किया जाए तो पर्यटन यहां बड़ा उद्योग का रूप लेगा। आपसे अनुरोध है कि यहां पर्यटन विकास से संबंधित कार्य किए जाएं।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अखिलेश नामदेव जी को साधुवाद कि आपने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही
जिला गठन का स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि नया जिला बनने के 6 माह के अंदर, जिले में करीब 100 करोड़ रू. के विकास कार्यों की स्वीकृति मिल चुकी है। कई कार्य प्रगति पर हैं। मरवाही अनुभाग, मरवाही नगर पंचायत, सरकारी अंग्रेजी माध्यम शाला तथा महंत बिसाहूदास उद्यानिकी महाविद्यालय, एक के बाद एक नई-नई उपलब्धियां नए जिले के खाते में जुड़ती जा रही हैं।

मुख्यमन्त्री श्री बघेल ने वादा किया कि नए जिले में पर्यटन विकास की संभावनाओं को
साकार किया जाएगा। साथ ही इसे ग्रामीण विकास के रोल मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजमेरगढ़ और कबीर चबूतरा की प्राकृतिक छटा और ऐतिहासिक महत्व का सम्मान करते हुए आज मैं यह घोषणा करता हूं कि यहां ईको रिजॉर्ट, कैफेटेरिया तथा अन्य पर्यटन अधोसंरचनाओं का विकास
तेजी से किया जाएगा। फिलहाल इसके लिए 7 करोड़ रूपये की लागत से विकास कार्य शीघ्र शुरू होंगे।