Marwahi: सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे का की तर्ज पर बरकरार है “घोटालेबाज” एसडीओ संजय त्रिपाठी….
Marwahi: सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे का की तर्ज पर बरकरार है घोटालेबाज एसडीओ संजय त्रिपाठी….
Marwahi: मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर व वनमंडल मरवाही लम्बे समय से भ्रष्टाचार का अभेद किला बना हुआ है। भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी से प्राप्त संरक्षण के चलते यहां दोनों हाथों से सरकारी खजाने को लूटने का खेल बड़ी दिलेरी से होता है। इन दिनों एसडीओ मरवाही संजय त्रिपाठी नियम प्रक्रिया के विपरीत लगे हुए है
सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे का की तर्ज पर एसडीओ संजय त्रिपाठी…मरवाही वन मंडल में बरकरार है गौरतलब है की मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर राजेश चंदेले खुद भ्रष्टाचार की अपनी अलग गाथा लिखकर बैठे है…मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले व एसडीओ संजय त्रिपाठी भ्रष्टाचार में एक दूसरे के पूरक है …इसी वजह से मुख्य वन संरक्षक संजय त्रिपाठी को संरक्षण प्रदान कर रहे है
विश्वस्त सूत्रों ने बताया की मुख्य वन संरक्षक राजेश चंदेले का एसडीओ संजय त्रिपाठी से पुराना संबंध है क्युकी राजेश चंदेले 2014 में मरवाही में डीएफओ के पद पर कार्यरत थे इनको मरवाही वन मंडल से संबंधित सभी जानकारी है तब इनके द्वारा भी इतना भ्रष्टाचार किया गया था की राजेश चंदेल के यहां एसीबी का छापा पड़ा था छापे में करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति मिली थी। एसीबी के रिकॉर्ड के मुताबिक चंदेल के पास जगदलपुर में एक बड़ा मकान, दंतेश्वरी में दो मंजिला मकान, धरमपुर के अशोका लाइफस्टाइल में एक डुप्लेक्स, बकवंड के गांव दवडा में एक फार्म हाउस और कुंदरी गांव में काफी जमीनें हैं। बताया जाता है की मरवाही के बाद सुकमा जिले में पदस्थ डीएफओ राजेश चंदेल ने सिर्फ मौज मस्ती, अय्याशी के लिए ही अपने घर पर पर 10(25) लाख से अधिक खर्च कर स्वीमिंग पूल खुदवा लिया।
वही हम बात करे एसडीओ संजय त्रिपाठी की तो संजय त्रिपाठी द्वारा 100 करोड़ से अधिक राशि का का घोटाला किया गया है …, संजय त्रिपाठी द्वारा प्रभारी डीएफओ रहते हुए विभाग का पैसों को अपने घर का पैसा समझते हुए अपनी मौज मस्ती के लिए मढ़ना डिपो में कैंटीन , खेल मैदान , आलीशान बंगला , सीसी रोड का निर्माण करवाया गया था,
सभी बातो से इस बात को नहीं नकारा जा सकता की सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे की तर्ज पर ही संजय त्रिपाठी मरवाही वन मंडल में बरकरार है