कनकी प्रवासी पक्षी खतरे में, काबर बिज्जू नन्हे चूजे को बना रहें हैं शिकार, वन विभाग उदासीन
कोरबा _ ओपन बिल्ड स्टॉर्क पक्षी भारत उपमहाद्वीप के साथ ही दक्षिण पूर्व एशिया के चीन, ऑस्ट्रेलिया, कंबोडिया, थाईलैंड, वियतनाम, श्रीलंका, इंडोनेशिया, म्यानमार, मलेशिया, फिलीपींस व सिंगापुर जैसे देशों में पाए जाते हैं. भारत में इन्हें घोंघिल कहा जाता है. यहां इनकी 20 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है. कोरबा जिला के ग्राम कनकी में भी 4 से 5 प्रजातियों के पक्षी आते हैं. ये सभी दक्षिण पूर्व एशिया का लंबा सफर तय कर कोरबा पहुंचते हैंl
दूर देश से आने वाले परिंदे एशियन ओपन स्टार्क का स्थाई बसेरा हसदेव नदी की तट पर ग्राम कनकी है। जहां हजारों की संख्या में यह प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं और अपने नन्हें पूजों को जन्म देते हैं। इस साल भी नन्हे चूजों का जन्म हो चुका है लेकिन इन दिनों उनकी जान पर बन आयी है। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या हो गया है, तो हम आपको बात दें कि ग्राम कनको में कवरविजू का एक परिवार भी निवास कर रहा है जी लगातार पेड़ों पर चढ़कर प्रवासी परिंदों के नन्हें चूजों को अपना शिकार बना रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के भीतर 50 से अधिक प्रवासी परिंदों को इन कबरबिज्जू (एशियन पाम सिवेट)ने मौत के घाट उतार दिया है जिससे वन विभाग की चिंता बढ़ गई है।