शासकीय उचित मूल्य की, दुकानदारों की मनमानी, धनतेरस के दिन नहीं खुली आधी दुकानें, हितग्राही लौटे बैरंग, भूखा सोने पर किए मजबूर
सामाचार की दुनिया
कोरबा_जिला खाद्य विभाग इन दिनों सोसाइटी संचालकों पर काफ़ी मेहरबान बने हुए है। जो सोसाइटी संचालक अपने मनमर्जी से दुकान चला रहें हैं। इन दुकानो का खुलने व बंद होने का कोई समय नहीं है। केवल पार्ट टाइम का जरिया बन लिए हैं। धनतेरस के दिन काफी दुकानें बंद रही। हितग्राही अपने हक के चावल लेने पहुंचे तो आधे से ज्यादा दुकानें बंद मिली, खासकर अग्र बंधुओं का, जो धनतेरस का बहाना बताकर दुकानों में ताला लटका दिए हैं। साय सरकार गरीब तबके लोगों को कोई भूखा न सोए इसलिए खाद्यान योजना की शुरूवात की है, लेकिन इन योजनों को पलीता लगाने में सोसाइटी संचालक कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हम आपको ये बता दें कि सोसायटी संचालक गरीब तबके लोगों को चंद पैसों का लालच देकर उनको चावल को खरीदने व बेचने का काम कर रहे हैं। अशिक्षित, गरीब बुजुर्ग लोगों का अंगूठा लगवाकर चावल नहीं आने की बात करते, बरहाल सोसाइटी संचालको की मनमानी चरम सीमा पर, जो लगाम नहीं लगने की वजह से इन लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है।